September 22, 2024

कुलपति प्रो० ओंकार सिंह ने किया शिवालिक कॉलेज में शैक्षणिक गतिविधियों का निरीक्षण

देहरादून। प्रो0 ओंकार सिंह, कुलपतिवीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यू0टी0यू0) ने 13 अगस्त 2022 को सिंघनीवाला स्थित विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कालेज, शिवालिक कालेज ऑफ इंजीनियरिंग और कॉलेज ऑफ फार्मेसी का दौरा किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने इंजीनियरिंग कालेज व कालेज ऑफ फार्मेसी की लर्निंग रिसॉर्स लाईब्रेरी, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट सेल, सेन्ट्रल इंस्ट्रूमेंट लैब, सर्वेइंग लैब सहित विभिन्न लैबों व छात्रों द्वारा किये जा रहे अनुसंधान से संबंधित गतिविधियों का निरीक्षण कर उक्त संबंध में जानकरी प्राप्त की और छात्र-छात्राओं से भी फीडबैक लिया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सिंह ने दोनों संस्थानों के निदेशक व प्रिंसिपल के साथ शिक्षकों और कर्मचारियों की एक बैठक भी ली। बैठक में उन्होंने सभी से नये सत्र में अधिक से अधिक संख्या में प्रवेश में वृृद्धि कैसे हो के संबंध में प्रयास करते हुए अपने सुझाव विश्वविद्यालय से साझा किये जाने को कहा गया।

प्रो0 सिंह ने संस्थान के शिक्षकों से कहा कि हम सभी को मिलकर तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृृढ किये जाने के विशेष रूप से प्रयास करने होंगे। जिससे अधिक से अधिक रोजगार प्राप्ति के मौके तलाशे जा सकं जोकि हम सभी की जिम्मेदारी भी है। उन्होेंने कहा कि संस्थान को सार्वजनिक क्षेत्र के लिए सुदृृढ़ करना हम सभी का कर्तव्य है।

फैकल्टी को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 93 संस्थानों से मिलकर उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एक परिवार के रूप में छात्रहित में कार्य करें ऐसे हमारे प्रयास होने चाहिए।

कुलपति ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्थानों को अपनी विशिष्टताओं व भौगोलिक एवं उपलब्ध बौद्धिक क्षमताओं के अनुरूप Sustainable Development Goals के अन्तर्गत टीचिंग-लर्निंग प्रोसेस को सुदृृढ़ करते हुए स्वच्छ प्रतिस्पर्द्धात्मक सोच अपने अन्दर पैदा करनी होगी। सकारात्मक सोच के साथ अपनी पूर्ण क्षमता से काम करें जिससे संस्थान व विश्वविद्यालय सक्षम और सुदृृढ़ होगा। प्रो0 सिंह ने फैकल्टी से कहा कि सकारात्मक सोच के साथ Class Room Activities और Teaching-Learning Process पर अधिक से अधिक ध्यान दिये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रिसर्च पेपर राइटिंग पर जोर देकर अनुसंधान को बढ़ावा दें। छात्र-छात्राओं की अतिरिक्त कक्षायें Additional Clases भी ली जाय व छात्रों से लगातार फीड बैक भी लेते रहें जिससे उनकी परेशाानियों का समाधान ढूंढ़ा जा सके।

अंत में प्रो0 सिंह ने कहा कि छात्रों में रचनात्मक अवधारणा(Creative Concept) को जागरूक कर उनकी बौद्धिक क्षमता को विकसित करना और अच्छे तकनीक के मानव संसाधन पैदा/सृृजित करना शिक्षकों का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप अपनी शैक्षणिक जिम्मेदारियों का ईमानदारी और पारदर्शिता से निर्वहन करें और कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा संस्थानों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जायेगा।

बैठक में शिवालिक कालेज आफ इंजीनियरिंग के निदेशक डॉ0 प्रहलाद सिंह, कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्रिंसिपल डॉ0 गणेश भट्ट, डीन स्टूटेंट वैलफेयर मधुरपंत व सभी अनुभागों के एच0ओ0डी0 और संस्थान कर्मचारी उपस्थित रहे।


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