September 21, 2024

यूपी में ऑनलाइन एफआईआर: पीड़ितों को अब थाने के चक्कर काटने से मिलेगी मुक्ति, घर बैठे ऐसे दर्ज करें FIR

थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराना किसी मुसीबत से कम नहीं है. चोरी, लूट, छोटे-मोटे झगड़े-मारपीट या किसी व्यक्ति के गुम होने अथवा मूल्यवान वस्तुएं खोने के मामले में जब पीड़ित प्रार्थनापत्र लेकर थाना जाते हैं तो पुलिस या तो उन्हें टरका देती है या फिर तमाम सवाल-जवाब करके परेशान कर देती है. अक्सर पीड़ित कई दिन तक पुलिस थाना और चौकी के चक्कर काटते रहते हैं लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं होती. यही वजह है भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया के तहत ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने की सुविधा दी है. इससे थाना-चौकी के चक्कर काटने और पुलिसकर्मियों के रूखे व्यवहार से बचा जा सकता है.

ऑनलाइन एफआईआर के लिए सिस्टम विकसित 

ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने के लिए देश के सभी राज्यों ने अपना अपना सिस्टम डिवेलप किया है. उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करा सकते हैं अथवा यूपीकॉप ऐप डाउनलोड करके ई-एफआईआर कर सकते हैं. इसी तरह देश के अन्य राज्यों की पुलिस वेबसाइट पर भी एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है.

सिर्फ इन अपराधों में ही हो सकती है ऑनलाइन एफआईआर

ऑनलाइन एफआईआर की सुविधा का दुरुपयोग न हो, इसके लिए भी व्यवस्था की गई है. कोई भी ऐसी आपराधिक घटना, जिसमें किसी आरोपी का नाम शामिल होता है, उसकी ऑनलाइन एफआईआर नहीं कराई जा सकती. सिर्फ कुछ चुनिंदा मामलों में ही ऑनलाइन एफआईआर की जा सकती है. मसलन, किसी व्यक्ति का वाहन, मोबाइल फोन, लैपटॉप, पर्स चोरी हो गया हो या लूट लिया गया हो, आधार कार्ड, पैनकार्ड, डीएल या शैक्षिक दस्तावेज गुम हो गए हों, किसी की सोने की चेन छीन ली गई हो, किसी को वाहन से टक्कर लग गई हो, कोई व्यक्ति लापता हो गया हो या किसी स्थान पर अज्ञात व्यक्ति का शव मिला हो अथवा साइबर अपराध से जुड़ी कोई घटना हो गई हो, ऐसे में ही ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है क्योंकि ऐसे अधिकांश मामलों में आरोपी नामजद नही होते.

यूपीकॉप एप से ऐसे दर्ज कराएं एफआईआर

ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने में यूपीकॉप एप सबसे आसान और सरल तरीका है. सबसे पहले गूगल प्ले पर जाकर यूपीकॉप ऐप डाउनलोड करना होगा. ऐप डाउनलोड करने के बाद उसमें अपना मोबाइल नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और नाम के अलावा अन्य जानकारियां भरी जाती हैं. यह जानकारियां भरने के बाद एक ओटीपी आएगा. ओटीपी आते ही मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हो जाता है और एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है. इसके बाद एप पर ई-एफआईआर के ऑप्शन पर क्लिक करके अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.


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