रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग, जानें भारत में क्या-क्या हो सकता है महंगा
रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। यूक्रेन पर रूस लगातार हवाई हमले कर रहा है। रूस का और यूक्रेन के बीच जारी युद्धा का असर भारत समेत दुनियाभर के देशों की अर्थव्यस्था पर पड़ना तय है। इससे कई देशों में महंगाई बढ़ जाएगी। रूस और यूक्रेन के बीच संकट की वजह से अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। इससे तमाम देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी तय है।
जानकारों के मुताबिक इसका एक फायदा भारत को सकता है। पिछले कुछ सालों में भारत के गेहूं की मांग बाढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय गेहूं की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है। जो देश रूस और यूक्रेन से गेहूं निर्यात करते हैं वो भारत की तरफ रुख कर सकते हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद की वजह से भारत में खाने वाले तेल की कीमत बढ़ सकता है। यूक्रेन से भारत सबसे अधिक सनफ्लावर खाद्य तेल का आयात करता है। सनफ्लावर ऑयल का आयात प्रभावित होने से देश में पाम ऑयल के कीमत में तेजी आ सकती है। भारत ने 2021 में 18.9 लाख टन सनफ्लावर खाद्य तेल का आयात किया था। इसमें से 74 फीसद आयात यूक्रेन की थी। इसकी आपूर्ति बाधित होती है तो देश में इसके दाम भी बढ़ सकते हैं। साल 2019-20 में भारत और यूक्रेन के बीच 2.52 अरब डॉलर का कारोबार किया गया था। भारत यूक्रेन में सबसे अधिक फार्मा का निर्यात करता है।
न्यूक्लियर रिएक्टर और बॉयलर के मामले में यूक्रेन भारत का सबसे बड़ा सप्लायर है। यदि इसकी आपूर्ति बाधित होती है तो भारत में न्यूक्लियर एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट प्रभावित पड़ेगा। भारत ने साल 2020 में करीब 103 मिलियन डॉलर का न्यूक्लियर रिएक्टर और बॉयलर खरीदा था।