September 22, 2024

चेतावनीः जीवन को सुरक्षित रखना है तो- कोविड गाइडलाइन का पालन जरूरीः एम्स निदेशक

देहरादून। तेजी से फैल रही कोविड महामारी अब खतरनाक रूप लेने लगी है। कारण है कि आम जनमानस कोविड नियमों का पालन करने में अभी भी लापरवाही बरत रहा है। अधिकांश लोग अभी भी सिर्फ सरकार और सिस्टम की ही चर्चा कर रहे है। जबकि अब समय आ गया है कि देश और प्रदेश के हर नागरिक को कोविड-19 की गाइडलाइन को गंभीरता के साथ पालन करना चाहिए। अगर ऐसा नही किया जाता है तो आप अपने जीवन को असुरक्षित कर रहे है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स, ऋषिकेश की ओर से इस मामले में महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं, साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लापरवाह लोगों को सचेत किया है कि समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने यदि नियमों के पालन में गंभीरता नहीं बरती तो स्थिति भयावह हो सकती है।

एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने कोविड महामारी की दूसरी लहर को पहली लहर की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक बताया है। रवि कांत ने बताया कि अभी भी लोगों के पास समय है वह कुछ दिनों तक 100 फीसदी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करे। उन्होंने बताया कि लापरवाही बरत रहे लोगों में इसके प्रति भय भी कम देखने को मिल रहा है। जबकि पिछले साल की स्थिति से हम सभी को इस महामारी के संक्रमण से सबक ले लेना चाहिए था। लोगों द्वारा लापरवाही बरते जाने के कारण ही अब यह खतरनाक गति से फैलने लगी है। उन्होंने आगाह किया कि यदि जीवन को सुरक्षित रखना है तो हम सभी को गंभीरता से कोविड गाइडलाइन व इससे जुड़े तमाम नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।

बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता हैः डॉक्टर पीके पण्डा

इस बाबत एम्स में कोविड के नोडल ऑफिसर डॉक्टर पीके पण्डा ने कोविड से बचाव पर सुझाव दिया कि बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। डाॅक्टर पांडा ने चेतावनी देते हुये कहा कि अगर लोग सामाजिक दूरी और कोविड-19 की गाइडलाइन का पूर्ण पालन नही करते है तो यह देश के लिये खतरनाक होगा। उन्होंने कहा कि सभी को समय रहते बचाव की ओर ध्यान देना चाहिए न कि इलाज की ओर। डाॅ ने साफ कहा कि यह जानते हुये भी की कोरोना हमारे अंदर कहा से प्रवेश कर रहा है और इसके बावजूद भी हम गाइडलान का पालन न करे तो यह एक चिंता का विषय हो जायेगा। हम सभी को समझना होगा कि कोरोना महामारी का वायरस हमारे नाक और मुंह द्वारा शरीर में प्रवेश करने में सक्षम है और सबसे पहले हमारे फेफड़ों को संक्रमित करता है। इसलिए इस महामारी से बचाव का पहला मंत्र है कि घर से बाहर निकलने पर प्रत्येक व्यक्ति अनिवार्य रूप से मास्क पहने और नियमित तौर पर बार-बार अपने हाथों को सैनिटाइज करता रहे। इसके अलावा प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से आपस में न्यूनतम 2 मीटर की दूरी बनाए रखना भी बेहद जरूरी है।

 


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