विश्व टीबी दिवस: राज्यपाल मौर्य ने गुणवत्तापूर्ण उपचार पर दिया जोर
समरजीत सिंह नेगी
देहरादून: दुनिया भर में 24 मार्च विश्व टी.बी. दिवस के रुप में मनाया जाएगा। इस दिन टी.बी. के रोकथाम को लेकर जनजागरुक कार्यक्रम किए जाएंगे। टी.बी. को खत्म करने को लेकर भारत सरकार ने 2025 का लक्ष्य निर्धारित किया है।
विश्व तपेदिक दिवस (टी.बी.) के अवसर पर उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि भारत को तपेदिक रोग मुक्त बनाने हेतु टी.बी. संक्रमण की समय पर पहचान एवं उपचार अनिवार्य है। हम सभी को समाज को पूर्णत तपेदिक से मुक्त करने हेतु सकंल्पबद्ध होना होगा। हमारे सार्वजनिक एवं निजी स्वास्थ्य तंत्र इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। टी.बी. को नियंत्रित करने हेतु गुणवत्तापूर्ण जांच तथा उपचार तक सब की पहुंच समय की मांग है।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि टी.बी. रोग के स्वास्थ्य, आर्थिक तथा सामाजिक दुष्परिणामों के प्रति जन-जागरूकता के उद्देश्य के साथ विश्व तपेदिक दिवस विश्वभर में मनाया जाता है। मैं उन सभी लोगों तथा संगठनों का आभार व्यक्त करती हूँ जो टी.बी. मुक्त अभियान को मजबूत कर रहे हैं। टी.बी. रोग पूरी तरह से उपचारयोग्य है, इसकी समय पर पहचान आवश्यक है।