कांग्रेस ने प्रवक्ता पद के दावेदारों की ली लिखित और मौखिक परीक्षा
प्रदेश कांग्रेस दफ्तर का नजारा गुरुवार को किसी परीक्षा केन्द्र जैसा था। सुबह से करीब साढ़े पांच दर्जन परीक्षार्थी वहां जमा थे। दरअसल, प्रवक्ता पद पर चयन के लिए पार्टी ने बाकायदा लिखित और मौखिक परीक्षा आयोजित की थी।
कांग्रेस दफ्तर में दिन भर चली इस कवायद का मकसद मीडिया विभाग का गठन करना है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात में इसी आधार पर मीडिया विभाग का गठन हुआ है। अपराह्न 3:30 बजे राष्ट्रीय प्रवक्ता के आने के साथ लिखित परीक्षा का पर्चा बंटा। यूपी में कितने जिले, ब्लाक और मण्डल हैं। 2004 और 2009 में पार्टी को कितनी सीटें मिलीं। वर्ष 2014 और 2017 में पार्टी को मिले वोट प्रतिशत से लेकर लोकसभा सीट में कितनी विधानसभा सीट हैं, जैसे सवाल इसमें शामिल थे। उम्मीदवारों की सूची में शैक्षिक योग्यता और मीडिया में बयानबाजी करने का अनुभव भी नाम के सामने लिख दिया गया।
सूत्रों के अनुसार 65 लोगों में से सिर्फ 12 लोगों को मीडिया विभाग में रखा जाएगा। औसत उम्र 40 वर्ष होगी। 25 साल से 50 साल तक के लोगों को रखे जाने की उम्मीद है। पार्टी नेताओं के मुताबिक परीक्षा लेने के पीछे पार्टी का मकसद अनर्गल बयानबाजी पर रोक लगाने का भी है। गुरुवार को जिन लोगों को बुलाया गया, उनमें अब तक प्रवक्ता रहे वीरेन्द्र मदान, अमरनाथ अग्रवाल, सिद्धार्थप्रिय श्रीवास्तव, सुरेन्द्र राजपूत भी शामिल रहे।
परीक्षा देने वालों की मानें तो अधिकांश परीक्षाओं की तरह यहां भी खुल कर नकल हुई। इसके बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता और उनके साथ आए रोहन ने प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की मौजूदगी में मौखिक परीक्षा हुई। यूपी के बाद शुक्रवार को राजस्थान में भी यही कवायद होगी।