इस बार संसद में नहीं होगा कोई पूर्व प्रधानमंत्री, आठ दिग्गज नेता भी नहीं आएंगे नजर
संसद का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, लेकिन दशकों से संसद और भारतीय राजनीति पर छाए आठ चेहरे इस बार नजर नहीं आएंगे। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, एच. डी. देवगौड़ा तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे आदि शामिल हैं। यही नहीं, इस बार संसद में कोई पूर्व प्रधानमंत्री भी नहीं होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह करीब 28 साल का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा करने के बाद अब इस सत्र में नजर नहीं आएंगे। हो सकता है कि कांग्रेस भविष्य में उन्हें फिर से राज्यसभा में भेजे लेकिन इस सत्र में उनकी अनुपस्थिति सबको महसूस होगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी सबसे पुराने संसद सदस्य रहे हैं। 1970 से लेकर 2019 तक संसद में रहे हैं। पहले चार बार राज्यसभा सदस्य के रूप में और फिर उन्होंने आठ लोकसभा चुनाव जीते। लेकिन वयोवद्ध नेता ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा। इसी प्रकार भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, उमा भारतीय ने भी चुनाव नहीं लड़ा।
भाजपा की वरिष्ठ नेता और लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी लंबे समय बाद अब संसद के गलियारों में नहीं दिखेंगी। लोकसभाध्यक्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद वह इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतरी थी। वह आठ बार लोकसभा सांसद रही हैं।
इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री और जद एस नेता एच. डी. देवगौड़ा भी करीब बीस साल के बाद संसद में नजर नहीं आएंगे। वे इस बार तुमकुर से चुनाव हार गए। हो सकता है कि उनकी पार्टी बाद में उन्हें राज्यसभा भेजे लेकिन अभी वह संसद में नहीं दिखेंगे। इसी प्रकार मल्लिकार्जुन खड़गे जिन्हें कांग्रेस ने पिछली बार लोकसभा में अपना नेता बनाया हुआ था और अनुभवी नेता थे, इस बार चुनाव हार गए। वे भी संसद में नजर नहीं आएंगे।